अभिभाजित मप्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे नंदकुमार साय ने छोड़ी पार्टी
-पार्टी के अंदर षड्यंत्र से खुद को बताया दु:खी
रायपुर/भोपाल. अविभाजित मप्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे और छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकुमार साय ने पार्टी में अपने खिलाफ हो रहे षड्यंत्र से दु:खी होकर भाजपा छोड़ दी। साय ने अपना इस्तीफा छत्तीसगढ़ के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव को भेजा है। इससे राजनीतिक हलचल बढ़ी है। साय के भाजपा छोडऩे के फैसले की खबर आते ही मप्र भाजपा में भी वरिष्ठ नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले ने ट्वीट किया कि साय के इस्तीफा का सुनकर बड़ा झटका लगा है। नंदकुमार जी और मैंने अविभाजित मप्र में एक साथ काम किया है।
मप्र-छग की राजनीति में खास स्थान
अविभाजित मप्र में साय तीन बार विधायक रहे। जब छत्तीसगढ़ राज्य बना तब साय मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। वे छग की रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद भी रहे हैं। नए बने छत्तीसगढ़ राज्य में वे वर्ष 2003 से 2005 तक प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।
साय ने फेसबुक पोस्ट से दर्द किया बयां
साय ने फेसबुक और प्रदेश अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अस्तित्व में आने से लेकर आज तक पार्टी द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण पदों एवं उत्दायित्व की जिम्मेदारी दी। इनका पूरे समर्पण से निवर्हन िकिया। पिछले कुछ सालों से भारतीय जनता पार्टी में मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से मेरे विरुद्ध षडय़ंत्र रचा जा रहा है। मेरी छवि और गरिमा ठेस पहुंचाई जा रही है। इसके चलते गहराई से विचार करने के बाद मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं।