महिलाओं की सुरक्षा और वंचितों को न्याय दिलाने में रहें तत्पर
-मध्यप्रदेश के परिवीक्षाधीन आइपीएस अधिकारियों से डीजीपी ने की मुलाकात
भोपाल. मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने प्रदेश में पदस्थ भारतीय पुलिस सेवा के नौ परिवीक्षाधीन अधिकारियों से मुलाकात की। इस अवसर पर डीजीपी ने कहा कि अधिकारी कड़ी मेहनत के साथ निष्ठापूर्वक और संतुलन बनाकर काम करे। अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए प्रदेश की नागरिकों की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए कार्य करें। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और वंचितों को न्याय दिलाने में हमेशा अग्रसर रहें। प्रदेश में ऐसा वातावरण निर्मित करने का प्रयास करें कि पुलिस विभाग के प्रति नागरिकों का विश्वास मजबूत हो। मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित इस भेंट के दौरान स्पेशल डीजी मुकेश जैन, एडीजी अनुराधा शंकर सिंह और एआइजी मलय जैन के साथ परिवीक्षाधीन अधिकारी अभिषेक रंजन, आदर्श कांत शुक्ला, आनंद कलादगी, अंकित सोनी, आयुष गुप्ता, कृष्णा लालचंदानी, मयूर खंडेलवाल, नरेंद्र रावत और विदिता डागर मौजूद रहे।
डीजीपी ने अधिकारियों को दिए ये टिप्स
जनहितेषी कार्य: डीजीपी ने कहा कि नागरिक न्याय की उम्मीद के लिए पुलिस की ओर देखते हैं। सभी को विश्वास है कि किसी भी संकट में पुलिस उनके साथ हैं। डीजीपी ने कहा, अधिकारी छवि का निर्माण इस तरह करें कि नागरिकों की पहुंच पुलिस तक आसान हो। जनहितेषी कार्य को हमेशा प्राथमिकता दें
सीखने की ललक: डीजीपी ने सलाह दी कि जिलों में पदस्थापना के दौरान अधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों, सहयोगियों और कनिष्ठ अधिकारियों-कर्मचारियों से सकारात्मक कार्यशैली को सीखें। यही प्रक्रिया दक्ष बनाएगी। यह अनुभव कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने साथ ही नागरिकों को न्याय दिलाने में मददगार होगा।
कानून का ज्ञान: प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारियों से डीजीपी ने कहा कि लीडरशिप के लिए जरूरी है कि जो आपके संपर्क में आए उसका सही मार्गदर्शन करें। इसके लिए कानून और प्रोसिजर की जानकारी होना बहुत जरूरी है।
कार्यकुशलता: डीजीपी ने प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी देते हुए कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए नक्सली उन्नमूलन अभियान में पुलिस जवानों ने कार्यकुशलता का परिचय दिया है। पीएफआइ के नेटवर्क को भेदने में भी मप्र पुलिस कामयाब रही है। आप भी अपनी कार्यकुशलता का परिचय दें।