मप्र में नर्मदा नदी के कैचमेंट में एक साल में रोपे1.21 करोड़ पौधे, 92.61 फीसदी जीवित
वन विभाग का दावा 15750 हेक्टेयर में किया पौधरोपण
भोपाल. मप्र की जीवनदायिनी मानी जाने वाली नर्मदा नदी को हरा-भरा बनाए रखने के लिए कैचमेंट को हराभरा बनाए रखने वन विभाग ने एक साल में 1.21 करोड़ पौधे रोपने की बात कही है। वन विभाग के आंकड़ों की मानें तो वर्ष 2022-23 में नर्मदा कैचमेंट के 15750 हेक्टेयर में 92.61 प्रतिशत यानी 1.12 करोड़ से अधिक पौधे जीवित हैं। वन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में नर्मदा नदी के दोनों ओर कैचमेंट एरिया में पौधरोपण के लिए अलग से कोई योजनो नहीं है। वर्ष 2022-23 में वन मंडल जबलपुर के कैचमेंट में पौधरोपण के लिए 1.03 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की थी, जिसमें से 86.96 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक पौधरोपण के लिए पौधों की व्यवस्था अनुसंधान नर्सरियों से की जाती है। पौधे नहीं होने पर निजी नर्सरियों से इनकी खरीदी होती है। वर्ष 2022-23 में नर्मदापुरम, खंडवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर और मंडला वन मंडल के लिए 97 हजार 748 पौधे 11.68 लाख रुपए में खरीदे गए। इनके परिवहन पर 3.32 लाख का खर्च आया। इन पौधों में शीशम, सीताफल, अर्जुन, इमली, बांस आदि प्रजाति के पौधे शामिल हैं।
किस वन क्षेत्र में कितने पौधे रोपे
वन मंडल—– क्षेत्रफल (हेक्टेयर)— पौधे रोपे— जीवित पौधे
उत्तर बैतूल—-18—–12000—–10950
इंदौर——531—–315050—-300715
धार—–1075—–470154—-462961
आलीराजपुर–170—85000—-82901
दक्षिण सागर—186—-78850—78602
दमोह—-267—-134500—–134258
देवास—-1558—-763870—-722908
खंडवा—1400—-3370000—3080925
छिंदवाड़ा—67—–167500—-132831
सिवनी—-12——32500—-22038
जबलपुर—295—–681250—648385
मंडला—-627—–1567500—1363255