भोपाल के बड़े तालाब में मिली अमेरिका में पाई जाने वाली एलिगेटर गार मछली, इनसानों पर भी करती है हमला
-मगरमच्छ की तरह है इस मछली का अगला हिस्सा
भोपाल. राजधानी के बड़ेे तालाब में मछली पकड़ गए युवकों के कांटे में अजीब मछली फंसी। इसे देखकर लोग ताज्जुब में आ गए। मछली का अगला हिस्सा मगरमच्छ की तरह था। तकरीबन ढाई किलो से अधिक वजनी और डेढ़ फीट लंबी ये मछली पहली बार बड़े तालाब में मिली है। मछली की जांच के बाद पता चला कि ये अमेरिका में पाई जाने वाली एलिगेटर गार प्रजाति की मछली है। ये हिंसक प्रवृत्ति की होती है और खतरा होते ही इनसानों पर भी हमला करने से नहीं हिचकती। जानकारों के मुताबिक ये मछली उत्तरी अमेरिका के मीठे पानी की झील और तालाबों में मिलती है। इनकी औसत आयु 18 से 20 साल तक होती है और ये दस फीट से अधिक लंबी हो जाती हैं। अमेरिका में इस मछली को घरों में भी पाला जाता है। अपनी विशिष्ट पहचान के कारण इस मछली की कीमत भी अधिक है। इस मछली के बच्चे को दो हजार रुपए तक में बेचा जाता है। मत्स्य विभाग अब ये पता लगाने की कवायद में है कि बड़े तालाब मे ंइस तरह की और भी कितनी प्रजाति की मछलियां हैं।
पहले लगा कि मगरमच्छ का बच्चा फंसा कांटे में
बड़े तालाब से सटे खानूगांव क्षेत्र में अकसर लोग फिशिंग करते हैं। मंगलवार को भी कुछ युवक यहां आए थे। उन्होंने जैसे ही कांटा तालाब में डाला तो इसमें ये मछली फंस गई। कांटे को बाहर निकाला तो अजीब मछली को देखकर पहले लगा कि ये मगरमच्छ का बच्चा है, पर इसका पिछला हिस्सा मछली की तरह था, जिससे ये कन्फर्म हुआ कि ये मछली है। इंटरनेट पर सर्च करने पर इस मछली के नाम के बारे में जानकारी मिली।