प्रदेश सरकार कोविड-19 संक्रमण से बचाव व नियंत्रण को उठा रही प्रभावी कदमः राकेश पठानिया
हमीरपुर /
एक्टिव केस फाइंडिंग हिम सुरक्षा अभियान के अंतर्गत जिला की 27 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या की स्क्रीनिंग पूरी
हमीरपुर जिला में एक सप्ताह तक चलेगा वन वार्निंग फ्री वार्निंग अभियान, लोगों को मास्क पहनने सहित कोविड-19 की सावधानियों बारे किया जाएगा जागरूक
वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री श्री राकेश पठानिया ने आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने एवं निवारक उपायों की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की। इसमें स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर, पूर्व विधायक एवं एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री भी उपस्थित थे। राकेश पठानिया ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध होने तक मास्क पहनना, निश्चित दूरी और बार-बार हाथ धोना ही संक्रमण से बचाव के प्रभावी उपाय हैं। जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं के मंत्र को आत्मसात करते हुए लोगों को इन नियमों के अक्षरशः अनुपालन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला में आगामी सोमवार से शनिवार तक वन वार्निंग फ्री वार्निंग अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में प्रातःकाल स्थानीय प्रशासन तथा सायंकाल को एक घंटे तक जन प्रतिनिधि चिह्नित भीड़भाड़ वाले 10 क्षेत्रों में जाकर लोगों को मास्क पहनने के प्रति प्रेरित करेंगे। मास्क न पहनने वालों से हाथ जोड़कर मास्क के उपयोग की विनती की जाएगा। उन्हें एक बार चेतावनी देने के साथ ही मास्क भी प्रदान किया जाएगा। इसके बावजूद नियमों की अवहेलना करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और पूर्ण सजगता के साथ इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में सम्पूर्ण प्रदेश में हिम सुरक्षा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया गया है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर सभी लोगों की कोविड-19, तपेदिक, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कुष्ठ रोग इत्यादि के लक्षणों के प्रति जानकारी एकत्र की जा रही है और लक्षण वाले लोगों के नमूने भी लिए जा रहे हैं। हमीरपुर जिला में हिम सुरक्षा अभियान के लिए 532 टीमें गठित की गयी हैं। अभी तक इन टीमों द्वारा लगभग एक लाख 16 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जो कि जिला की कुल आबादी का लगभग 27 प्रतिशत है।
वन मंत्री ने कहा कि कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति की देखभाल के साथ ही उसे बेहतर अहसास दिलाने के लिए उनके साथ लगातार सम्पर्क में रहें। कांटैक्ट ट्रेसिंग पर और अधिक जोर देते हुए इसे सुदृढ़ करने की दिशा में प्रशासन, स्वास्थ्य, पुलिस व अन्य विभाग मिलकर कार्य करें। उन्होंने अधिक भीड़भाड़ वाले व्यापारिक स्थलों में रेंडम सेंपलिंग करने के निर्देश भी स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दिए, ताकि कोविड-19 संक्रमण के हॉट-स्पॉट चिह्नित कर वहां त्वरित निवारक उपाय किए जा सकें।
उन्होंने जिला प्रशासन एवं सभी विभागों से आग्रह किया कि वे पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण से कार्य करते हुए आपसी समन्वय को और सुदृढ़ करें, ताकि आने वाले दो-तीन सप्ताह में संक्रमण की चुनौतियों से पूरी गंभीरता एवं और प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। उपमंडलाधिकारी माइक्रो मैनेजमेंट के अंतर्गत अपने कार्यक्षेत्र में लघु इकाईयां गठित कर इन प्रयासों को जमीनी स्तर तक ले जाएं, ताकि एक्टिव केस की संख्या को वर्तमान के आधे से भी कम तक लाया जा सके।
बैठक में स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर एवं एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने भी अपने बहुमूल्य विचार रखे।
उपायुक्त देबाश्वेता बानिक ने कोविड-19 के प्रबंधों की विस्तृत जानकारी प्रदान की और आश्वत किया कि बैठक में जारी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जितेंद्र सांजटा, उपमंडलाधिकारी हमीरपुर डॉ. चिरंजी लाल, सुजानपुर शिल्पी बेक्टा, भोरंज राकेश शर्मा, नादौन विजय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी, राजकीय मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की प्रधानाचार्या डॉ. ऋतु सीटिक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता सहित सभी खंड चिकित्सा अधिकारी व अन्य उपस्थित थे।