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Sadak 2 Movie Review: संजय दत्त ने बचाई महेश भट्ट की फिल्म की लाज

आलिया भट्ट (Alia Bhatt), आदित्य रॉय कपूर (Aditya Roy Kapur)  और संजय दत्त (Sanjay Dutt) स्टारर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) के निर्देशन में बनी फिल्म सड़क 2 (Sadak 2) OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो गई है.

I’m thinking I’m back you want a war or you want to just give me a gun everything’s got a price rusty, I guess. You stabbed price rusty, the Devil in the back how good to see you again. Steve Jobs

नई दिल्ली: आलिया भट्ट (Alia Bhatt), आदित्य रॉय कपूर (Aditya Roy Kapur) और संजय दत्त (Sanjay Dutt) स्टारर महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सड़क 2’ (Sadak 2) OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो गई है. यह फिल्म अपने नाम के ऐलान के बाद से ही काफी चर्चा में थी. वजह यह भी थी कि इस फिल्म से पुराने समय में कई सुपरहिट फिल्में देने वाले महेश भट्ट बतौर निर्देशक वापसी कर रहे थे. यह फिल्म साल 1991 में महेश भट्ट के ही निर्देशन में बनी फिल्म ‘सड़क’ के सीक्वल के रूप में बताई जा रही थी. इस ऐलान ने लोगों की उम्मीदों को कई गुना बढ़ा दिया था. लेकिन महेश भट्ट अपने दर्शकों की उम्मीदों पर कितने खरे उतरे यह हम आपको इस ‘सड़क 2’ के इस रिव्यू (Sadak 2 movie review) में बताने जा रहे हैं.

फिल्म: सड़क 2

स्टार रेटिंग: 1/2 / 5

कास्ट: संजय दत्त, आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर, जीशू सेनगुप्ता, मकरंद देशपांडे व अन्य

निर्देशक: महेश भट्ट

ये है कहानी? फिल्म ‘सड़क 2’ (Sadak 2) की कहानी एक लड़की आर्या (आलिया भट्ट) पर केंद्रित है. यह लड़की इस फिल्म में एक फर्जी बाबा गुरूजी (मकरंद देशपांडे) का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है. क्योंकि आर्या मानती है कि उसकी मां की मौत का जिम्मेदार बाबा गुरूजी है. इस बदले की जंग में आर्या का साथ देता है एक टैक्सी ड्राइवर रवि (संजय दत्त). क्योंकि रवि भी अपनी पत्नी की मौत का जिम्मेदार बाबा को मानता है. इसके बाद बाबा से बदला लेने के लिए रवि और आर्या कैलाश जाते हैं. इस सफर में उनके साथ आर्या का ब्वॉयफ्रेंड विशाल (आदित्य रॉय कपूर) भी साथ जाता है. इस तरह कहा जाए तो यह कहानी ओल्ड बॉलीवुड टाइप एक बदले की आग वाली कहानी ही है.

फिल्म में देखने लायक क्या है? वैसे तो पूरी फिल्म काफी उबाऊ है लेकिन इसमें संजय दत्त और जीशू सेनगुप्ता की दमदार एक्टिंग ने दिल जीतने वाला काम किया है. आलिया भट्ट का काम भी ठीक है लेकिन फिल्म की जान संजय दत्त को ही कहा जा सकता है. आदित्य रॉय कपूर की एक्टिंग की बात की जाए तो आप फिल्म में उन्हें देखकर यह नहीं समझ पाएंगे कि यह हैं ही क्यों? कैलाश पहुंचने के रास्ते में फिल्म में कई बड़े बड़े आकर्षक दृष्य नजर आते हैं. जो तारीफ करने के काबिल हैं.

कहां चूके महेश भट्ट? कहते हैं शुरुआत ठीक हो तो फिल्म दर्शक को बांध लेती है. लेकिन ‘सड़क 2’ में महेश भट्ट ने यहां पर ही सबसे बड़ी चूक कर दी है. फिल्म की शुरुआत इतनी बोर होती है कि दर्शकों का ध्यान फिल्म से हटने लगता है. जाहिर है फिल्म की तुलना लोग पहली फिल्म ‘सड़क’ से ही करेंगे तो यहां विलेन का कमजोर होना फिल्म को ही बेकार कर गया. फिल्म ‘सड़क’ में विलेन ‘महारानी’ का किरदार निभाकर सदाशिव अमरापुर ने तारीफें पाई थीं. लेकिन ‘सड़क 2’ के विलेन ‘गुरूजी’ को देखकर डर कम लगता है और हंसी ज्यादा आती है.

 

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