गीत-ग़ज़ल
Ghazal: पढ़िए साहिर की खूबसूरत गज़ल ‘इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें’
डिजिटल डेस्क। साहिर लुधियानवी का असली नाम अब्दुल हयी और तखल्लुस (कलमी नाम) साहिर है। उनका जन्म 8 मार्च 1921 में लुधियाना के एक जागीरदार घराने में हुआ था। वे एक प्रसिद्ध शायर तथा गीतकार थे। उन्होंने कई खूबसूरत गज़ल लिखी, जिनमें से एक है ‘इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें’
इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें
इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें
जागे हैं कुछ अजीब से जज़्बात क्या करें
पेड़ों के बाज़ुओं में महकती है चाँदनी
बेचैन हो रहे हैं ख़यालात क्या करें
साँसों में घुल रही है किसी साँस की महक
दामन को छू रहा है कोई हात क्या करें
शायद तुम्हारे आने से ये भेद खुल सके
हैरान हैं कि आज नई बात क्या करें